महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
एवं
हिन्दुस्तानी एकेडेमी, इलाहाबाद
के दो दिवसीय संयुक्त आयोजन
हिन्दी चिट्ठाकारी की दुनिया: राष्ट्रीय संगोष्ठी
में आप सादर आमन्त्रित हैं।
एवं
हिन्दुस्तानी एकेडेमी, इलाहाबाद
के दो दिवसीय संयुक्त आयोजन
हिन्दी चिट्ठाकारी की दुनिया: राष्ट्रीय संगोष्ठी
में आप सादर आमन्त्रित हैं।
विनीत:
संतोष भदौरिया (संयोजक)
सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी (सह-संयोजक)
सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी (सह-संयोजक)
कार्यक्रम की रूपरेखा:
प्रथम सत्र (उद्घाटन) :
२३ अक्टूबर,२००९ पूर्वाह्न ११ बजे।
स्थान: हिन्दुस्तानी एकेडेमी सभागार, इलाहाबाद
१२ डी, कमला नेहरू मार्ग, इलाहाबाद (प्रयाग संगीत समिति के निकट)
मुख्य अतिथि: डॉ. नामवर सिंह
अध्यक्ष: श्री विभूति नारायण राय, कुलपति
विशिष्ट अतिथि: श्री राकेश, विशेष कर्तव्य अधिकारी (संस्कृति),विश्वविद्यालय-वर्धा
श्री राम केवल, सचिव- हिन्दुस्तानी एकेडेमी, इलाहाबाद
विषय प्रवर्तन: श्री ज्ञान दत्त पाण्डेय, चिट्ठाकार- मानसिक हलचल
हिन्दी चिट्ठाकारी- इतिहास, स्वरूप और तकनीक
वार्ताकार: रविशंकर श्रीवास्तव (रवि रतलामी- रचनाकार), अनूप शुक्ल (फुरसतिया), अजित बडनेरकर
पुस्तक विमोचन:
सत्यार्थमित्र- ब्लॉगजगत का एक झरोखा
ब्लॉग लेखक: सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी
पुस्तक चर्चा:
प्रो. राजेन्द्र कुमार, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
प्रो. अली अहमद फातमी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
प्रो. अजय जेतली, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
द्वितीय सत्र:
२३ अक्टूबर, अपराह्न २:३० बजे
स्थान: क्षेत्रीय केन्द्र, महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
२४/२८ सरोजिनी नायडू मार्ग, इलाहाबाद (YMCA के सामने)
अभिव्यक्ति की उन्मुक्तता एवं इसमें निहित खतरे
ब्लाग जगत के कुंठासुर/बेनामी या छद्मनामी टिप्पणीकार
पत्रकारिता और चिट्ठाकारी
अभिव्यक्ति की उन्मुक्तता एवं इसपर नियन्त्रण -कुछ सुझाव
मुख्य धारा के जनसंचार माध्यम एवं ब्लॉग-संचार
तृतीय सत्र:
२४ अक्टूबर, ११ बजे पूर्वाह्न
स्थान:क्षेत्रीय केन्द्र-महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
२४/२८ सरोजिनी नायडू मार्ग, इलाहाबाद (YMCA के सामने)
अन्तर्जाल पर हिन्दी भाषा व साहित्य:
हिन्दी चिट्ठाकारी पर बहस के मुद्दे
अन्तर्जाल पर हिन्दी साहित्य की पठनीयता
चिट्ठाकारी की भाषा बनाम सम्प्रेषणीयता
चिट्ठों के माध्यम से विज्ञान संचार
चिट्ठाजगत में हिन्दी कविता की नवीन प्रवृत्तियाँ।
हिन्दी कविता और ब्लॉगजगत
चतुर्थ सत्र:
२४ अक्टूबर, अपराह्न २:३० बजे
चिट्ठाकारी का तकनीकी पक्ष
हिन्दी के कुशल प्रयोग के औजार
ब्लाग बनाने की तकनीक और प्रबन्धन
ब्लॉग एग्रीगेटर (चिट्ठा संकलक),फीड, ब्लॉगसेवा प्रदाता
ब्लॉग की सक्रियता और ब्लॉग से आय की सम्भावनाएं।
चिट्ठाकारी: समय प्रबन्धन एवं उपादेयता
२३ अक्टूबर,२००९ पूर्वाह्न ११ बजे।
स्थान: हिन्दुस्तानी एकेडेमी सभागार, इलाहाबाद
१२ डी, कमला नेहरू मार्ग, इलाहाबाद (प्रयाग संगीत समिति के निकट)
मुख्य अतिथि: डॉ. नामवर सिंह
अध्यक्ष: श्री विभूति नारायण राय, कुलपति
विशिष्ट अतिथि: श्री राकेश, विशेष कर्तव्य अधिकारी (संस्कृति),विश्वविद्यालय-वर्धा
श्री राम केवल, सचिव- हिन्दुस्तानी एकेडेमी, इलाहाबाद
विषय प्रवर्तन: श्री ज्ञान दत्त पाण्डेय, चिट्ठाकार- मानसिक हलचल
हिन्दी चिट्ठाकारी- इतिहास, स्वरूप और तकनीक
वार्ताकार: रविशंकर श्रीवास्तव (रवि रतलामी- रचनाकार), अनूप शुक्ल (फुरसतिया), अजित बडनेरकर
पुस्तक विमोचन:
सत्यार्थमित्र- ब्लॉगजगत का एक झरोखा
ब्लॉग लेखक: सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी
पुस्तक चर्चा:
प्रो. राजेन्द्र कुमार, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
प्रो. अली अहमद फातमी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
प्रो. अजय जेतली, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
द्वितीय सत्र:
२३ अक्टूबर, अपराह्न २:३० बजे
स्थान: क्षेत्रीय केन्द्र, महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
२४/२८ सरोजिनी नायडू मार्ग, इलाहाबाद (YMCA के सामने)
अभिव्यक्ति की उन्मुक्तता एवं इसमें निहित खतरे
ब्लाग जगत के कुंठासुर/बेनामी या छद्मनामी टिप्पणीकार
पत्रकारिता और चिट्ठाकारी
अभिव्यक्ति की उन्मुक्तता एवं इसपर नियन्त्रण -कुछ सुझाव
मुख्य धारा के जनसंचार माध्यम एवं ब्लॉग-संचार
तृतीय सत्र:
२४ अक्टूबर, ११ बजे पूर्वाह्न
स्थान:क्षेत्रीय केन्द्र-महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
२४/२८ सरोजिनी नायडू मार्ग, इलाहाबाद (YMCA के सामने)
अन्तर्जाल पर हिन्दी भाषा व साहित्य:
हिन्दी चिट्ठाकारी पर बहस के मुद्दे
अन्तर्जाल पर हिन्दी साहित्य की पठनीयता
चिट्ठाकारी की भाषा बनाम सम्प्रेषणीयता
चिट्ठों के माध्यम से विज्ञान संचार
चिट्ठाजगत में हिन्दी कविता की नवीन प्रवृत्तियाँ।
हिन्दी कविता और ब्लॉगजगत
चतुर्थ सत्र:
२४ अक्टूबर, अपराह्न २:३० बजे
चिट्ठाकारी का तकनीकी पक्ष
हिन्दी के कुशल प्रयोग के औजार
ब्लाग बनाने की तकनीक और प्रबन्धन
ब्लॉग एग्रीगेटर (चिट्ठा संकलक),फीड, ब्लॉगसेवा प्रदाता
ब्लॉग की सक्रियता और ब्लॉग से आय की सम्भावनाएं।
चिट्ठाकारी: समय प्रबन्धन एवं उपादेयता
जिन आमन्त्रित ब्लॉगर अतिथियों ने अपने आगमन की सहर्ष स्वीकृति देते हुए समय से अपनी यात्रा का विवरण प्रस्तुत कर दिया है उनके अवस्थान की समुचित व्यवस्था कर दी गयी है। अपेक्षा के अनुरूप ही इस कार्यक्रम की सपलता के लिए सभी ओर से सक्रिय सहयोग और समर्थन हमें मिलता जा रहा है। इसके लिए हम आप सभी के हृदय से आभारी हैं।
सभी प्रतिभागियों, अतिथियों, श्रोताओं, दर्शकों और मीडिया के सहयोगियों का इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में हार्दिक स्वागत व अभिनन्दन।
सभी प्रतिभागियों, अतिथियों, श्रोताओं, दर्शकों और मीडिया के सहयोगियों का इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में हार्दिक स्वागत व अभिनन्दन।
स्वागतोत्सुक:
हिन्दुस्तानी एकेडेमी परिवार
हिन्दुस्तानी एकेडेमी परिवार
कार्यक्रम की सफलता के लिए बहुत-बहुत शुभकामना
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामना |
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं...साथ ही त्वरित रिपोर्टिंग का इंतज़ार...
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
जानकारी के लिए शुक्रिया -बीच बीच में चाय पानी भोजन वोजन नहीं है क्या ?
जवाब देंहटाएंअरे भैया ,भूखे भजन न होई गोपाला !
काश...आ पाते...अभी तो शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंबहु-प्रतीक्षित आयोजन ! जानकारी का धन्यवाद । शुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंreport bhi karen...
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम की अपार सफलता के लिए कामना करते हुए पुस्तक की प्रतीक्षा रहेगी।
जवाब देंहटाएंअब तो यह बहस का मुद्दा नहीं रहेगा कि क्या ब्लागिंग साहित्य कहा जा सकता है:) कार्यक्रम की सफ़लता के लिए शुभकामनाएँ॥
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएं